अपनी याददाश्त को बढ़ाने तथा दिमाग को स्वास्थ्य रखने के उपाय

 जैसा कि हम सभी जानते है कि शरीर को सही ढंग से चलने में मस्तिष्क की अहम भूमिका होती है। परन्तु जैसे जैसे हम बड़े होते जाते है हमारे दिमाग में जंग लगने लगती है, मतलब हमारा दिमाग शुष्क तथा कमजोर होने लगता है और आगे चलकर मस्तिष्क की यह गिरावट अंत: अल्जाइमर रोग की ओर ले जाती है। अल्जाइमर रोग एक विकार है जो मस्तिष्क की कोशिकाओं की मृत्यु का एक कारण बनता है, जिससे हम हमारी याददाश्त ,सोचने की शक्ति, निर्णय लेने की क्षमता आदि को खो देते है और आगे चलकर यह बहुत हानिकारक सिद्ध हो सकता है।



हालाकि हम अपने मस्तिष्क को बेहतर बनाने तथा अल्जाइमर की संभावना को कम करने के लिए कुछ उपाय अपना सकते है। इन उपायों से आपको आपकी याददाश्त तथा दिमाग की सेहत को दुरुस्त करने में बहुत फ़ायदा मिलेगा। 

अपनी याददाश्त को बढ़ाने तथा मस्तिष्क को स्वास्थ्य रखने के लिए आप निम्न उपाय अपना सकते है।

1. हरी सब्जी तथा फल को अपने भोजन में शामिल करे।



मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए बहुत सारे रंगीन फल और सब्जियां खाना महत्वपूर्ण है।  रंग जितने चमकीले होंगे, उतना अच्छा होगा, क्योंकि इस तरह के फलों और सब्जियों में बहुत सारे एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।  अध्ययनों से पता चला है कि जो लोग बहुत सारे फल और सब्जियां खाते हैं, उनमें उम्र बढ़ने के साथ डिमेंशिया(भूलने की बीमारी) होने की संभावना 70% कम होती है।

2. चीनी का सेवन कम करें।



अत्यधिक चीनी का सेवन ना केवल हमारे याददाश्त के लिए हानिकारक है बल्कि यह कई अन्य घातक बीमारियों को भी निमंत्रण देती है। कुछ लोगों पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार यह पाया गया है कि ऐसे लोग जो चीनी का सेवन कम करते है उनकी दिमागी हालत तथा याददाश्त चीनी का अत्यधिक सेवन करने वाले व्यक्तियों कि तुलना में सराहनीय थी। चीनी को कम करने से न केवल आपकी याददाश्त में मदद मिलती है बल्कि आपके समग्र स्वास्थ्य में भी सुधार होता है।

3. मछली के तेल का सेवन करे।




मछली के तेल में प्रचुर मात्रा में ओमेगा-3 फैट्टी एसिड पाया जाता है जो याददाश्त बढ़ाने के साथ साथ हृदय के जोखिमों को कम करने तथा तनाव और चिंता को दूर करने में भी मदद करता है। कई अध्ययनों से पता चला है कि मछली और मछली के तेल की खुराक लेने से याददाश्त में सुधार हो सकता है, खासकर वृद्ध लोगों में।

4. अपने वजन को नियंत्रत रखे।



कई वैज्ञानिकों तथा शोधकर्ताओं के अध्ययन से हमे ये पता चलता है कि ऐसे व्यक्ति जिनका वज़न ज्यादा होता उनमें खराब मानसिक स्वास्थ्य, भूलने की बीमारी तथा अन्य मानसिक विकार से ग्रसित होने की संभावना एक स्वास्थ्य मनुष्य की तुलना में अधिक होती है। दिलचस्प बात यह है कि मोटे होने से  मस्तिष्क की स्मृति से जुड़े जीन में परिवर्तन हो सकता है, जो स्मृति को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते है।

5. शराब पीने से बचे।



बहुत अधिक मादक पेय पदार्थों का सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए कई तरह से हानिकारक हो सकता है और आपकी याददाश्त पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। शराब ना सिर्फ आपकी याददाश्त को कमजोर करती है बल्कि ये आपकी लिवर को भी खराब करती है।

6. जिसमे दिमाग लगे ऐसे खेल खेले।



ऐसे खेल खेले जिनको खेलने के लिए दिमाग को परिश्रम तथा मेहनत करनी पड़ती है। ऐसे खेल खेलने से आपके दिमाग का व्यायाम हो जाएगा और आपका दिमाग तेज तथा तंदरुस्त हो जाएगा। आप पजल, सुदुको, चेस आदि खेल सकता है।

7. तनाव तथा डिप्रेशन से दूर रहे।



आपके जीवन में बहुत अधिक तनाव होने से भी अल्जाइमर का खतरा बढ़ जाता है।  अधिक व्यायाम करने की कोशिश करें, ध्यान करें और मनोरंजन के लिए अपनी पसंद का काम करे। तनाव से ग्रसित व्यक्तियों की सोचने तथा समजने की शक्ति ख़तम हो जाती है एवं वे भूलने की बीमारी का भी शिकार हो सकते है। तनाव तथा चिंता दो ऐसे विकार है जिनसे जितना दूर रहे उतना अच्छा है। ये प्रतिएक घातक बीमारियों कि मूल जड़ है।

8. विटामिन बी युक्त पदार्थ का सेवन करे।



एक और तरीका है जिससे आप अपने मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं, वह है प्रतिदिन विटामिन बी सप्लीमेंट लेना।  अधिकांश व्यक्तियों में विटामिन बी की कमी होती है क्योंकि वे बहुत अधिक शराब, कॉफी, चीनी और सिगरेट का सेवन करते हैं;  जो हमारे शरीर में विटामिन बी की कमी के प्रमुख कारणों में से एक है। हमारे आहार में पर्याप्त विटामिन बी के बिना, हम अल्जाइमर के साथ-साथ अन्य भयावह बीमारियों जैसे अवसाद, कैंसर, दिल के दौरे और स्ट्रोक के लिए जोखिम में हैं।  आप अधिक बीन्स और हरी पत्तेदार सब्जियां खाकर भी अपने विटामिन बी का सेवन बढ़ा सकते हैं।

9. फास्ट फूड का कम प्रयोग करे।



आपका अधिकांश मस्तिष्क वसा से बना होता है, लेकिन उस प्रकार का नहीं जो एक हॉट डॉग से आता है।  जो लोग बहुत अधिक तली हुई वसा खाते हैं, उनमें मनोभ्रंश का खतरा बढ़ जाता है, जबकि जो लोग मछली, नट्स, अलसी के बीज और ओमेगा -3 फैटी एसिड के अन्य स्रोतों जैसे अच्छे वसा खाते हैं, उनमें जोखिम बहुत कम होता है।

10. पर्याप्त नींद ले।



जैसे एक मशीन को काम करने के बाद थोड़े आराम की जरूरत होती है नहीं तो वह हीट का उत्पादन करने लगती है ठीक इसी प्रकार हमारे दिमाग को भी थोड़ी देर के लिए आराम जी जरूरत होती है नहीं तो वह भी कमजोर तथा शुष्क हो जाता है। अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आपके मस्तिष्क को  हर रात 7-8 घंटे की नींद लेने की आवश्यकता होती है ताकि आपका दिमाग अपनी शीर्ष क्षमता पर काम करता रहे।

11. व्यायाम तथा ध्यान के लिए समय निकालें।



मस्तिष्क के अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए व्यायाम भी बहुत प्रभावी है। व्यायाम आपके शरीर के अन्य हिस्सों के लिए भी महत्वपूर्ण है इसलिए आपको इसका प्रतिदिन एक नियमित समय पर अभ्यास करना चाहिए। आप अपनी मानसिक स्वास्थ्य को सही रखने के लिए प्राणायाम जैसे भ्रामरी प्रणायाम
अनुलोम-विलोम, कपालभाति आदि का अभ्यास भी कर सकते है।
 
अगर इन सब उपायों को अपनाने के बाद भी आपको अपने स्वास्थ्य में कोई भी लाभ महसूस नहीं होता है तो आप किसी अच्छे चिकित्सक को सलाह लीजिए क्युकी हो सकता है कि आप किसी और घातक बीमारी का शिकार हो। 

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